introduction

Government Naveen college janakpur library is the head ofinstitution which aims to Providian idea ambience for both creation &dissemination of knowledge, information, insight & intellect in all itsacademic programs. The institution has utilized information technologyextensively to ensure that resources are accessibility time from anywhere. Ourrole is to provide access to information source required by students, andfaculties of the institute for search, learning and teaching. There is a wealthof material to support learning and research at the college.

   Total number ofbooks

SL. NO.

HEAD

NO. OF BOOKS

TOTAL

2019-20

2018-19

2017-18

2016-17

1

GENRAL

190

145

250

100

685

2

BOOKS BANK

350

480

320

450

2130

3

BPL

250

175

205

210

940

4

JBS

0

0

0

0

 0

TOTAL

790

790

775

760

3745

 



Introduction

महाविद्यालय में एक समृद्ध ग्रंथालय है।वर्तमान में 8000  से अधिक पुस्तकेंस्नातक/स्नातकोत्तर की हैं। ग्रंथालय में विभिन्न में समाचार पत्र, पत्रिकाएं एवं कई षोध, जर्नल्स भी मंगायेजाते है। अनुसूचित जाति / जनजाति के छात्र छात्राओं के लिये नि:शुल्क  पुस्तकें, प्रदान करने की बुक – बैंक योजना कार्यान्वित की जाती है। जिसकेअंतर्गत अनुसूचित जाति / जनजाति के छात्र/छात्राओं को सत्रांत तक छात्रों के बीचएक सेट पुस्तकें नि:शुल्क प्रदान की जाती हैं।

 

नियम :

 

जिन्हें परीक्षा उपरांत वापस लिया जाताहै। सामान्य छात्र / छात्राओं को नियमानुसार ग्रंथालय से पुस्तकें प्रदान की जातीहै 

1. महाविद्यालय में निर्धारित सुरक्षा निधि / छात्राओं को नियमानुसारग्रंथालय का सदस्य बन जाती है ।

2. पुस्तकालय में पुस्तकों का निर्गमन तथा वपास लेना ग्रंथालय केनियंत्रण में रहता है । जिसके लिये उनके द्वारा निर्धारित नियमों का पालन आवश्यक है। नियमोल्लंघन करने पर छात्र दण्डित होंगे।

3. ग्रंथालय में विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं के पठन की सुविधा है ।

4. ग्रंथालय में महाविद्यालय के समस्त छात्र-छात्राओं को 15 दिनों के लिये दोपुस्तक निर्गमित की जावेगी।

5. ग्रंथालय से ली गई पुस्तक यदि 15 दिनों के बाद न लौटाई गई तो प्रतिपुस्तक प्रतिदिन रू. 1.00 के हिसाब से अर्थदण्ड देय होगा । जिसका भुगतान शिक्षण शुल्क की क़िस्त के साथ अनिवार्य रूप से करना होगा। खेल, स्तात्कोत्तर विषयोंतथा विधि विभाग के प्रथक प्रथक ग्रंथालय भी है

 



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